Friday 17 February, 2012

जन्मदिवस का उपहार


जन्मदिवस का उपहार
करती जब अंगीकार
तुम होते तो बात
कुछ और होती जैसे
नील गगन झुक गया धरती पर
माँग का सिन्दूर जैसे
सूरज की लालिमा आर- पार
इन्द्रधनुष लिपटा गगन से
वैसे गले का हार
बालों का गजरा जैसे
पक्षी उड़ रहे कतार
आँखों का काजल जैसे
 बादल घुल गए बन्दनवार
तुम होते तो बात
कुछ और होती

कैसे ना याद करूँ
उन अन्तरंग पलों को
जब तुम्हारी आत्मा में
आत्मा मेरी हुई विलीन
तुम्हारी बाहों में
हुई औरत पूर्ण रूपेण
तुम्हारे होंठों से पिघले
मेरे होंठ
तुम्हारे स्पर्श से पुलकित
हुई देह
कैसे ना याद करूँ
उन अन्तरंग पलों को

जब तुम नहीं होते
अपने सीने
से चिपका लेती हूँ तुम्हारे शब्द
तुम्हे छू आई हवा से
सहला लेती हूँ अपने केश
तुम्हारे पाँव की धूल से
भिगो लेती हूँ अपनी रूह

जब जाती हूँ छत पर
तो सोचती हूँ
काश तुम होते मेरे पास
सर्दी की इस नर्म धूप में अपनी
गर्म साँसों से तुम्हारे बदन
को सहलाती
तुम्हारे चरणों के कणों को
अपने होंठों से चूमती
अपने माथे पर लगाती
हथेली के पसीने से
तुम्हारे श्याम वर्ण को पोंछती
जब निहारती खुद को आईने में
तुम मेरे पीछे खड़े- खड़े
मुस्काते

जब जाती हूँ रसोई घर में
बनाती हूँ जब गाजर हलवा
हृदय रो पड़ता है
तुम्हे बहुत पसंद है ना
खिलाती अपने हाथों से
तुम्हारे बिन वो मीठा जहर
लगता है
बस तुम्हारी यादों से लिपटी रातें
मीठी लगती हैं

जब जाती हूँ रात को आँगन में
गर्मी की खुश्क रातों में
चारपाई पर दिख जाते हो
फैली है ऊपर मच्छरदानी
आती हूँ चुपके से
कहीं तुम जग ना जाओ
आँचल की हवा से तुम्हारे
माथे का पसीना सुखाती

किस- किस जगह तुम दिखाई
नहीं देते
हर जगह तो तुम्हारे स्पर्श से
गुद गुदाती
तुम्हारे प्यार से लिपटा मेरे
जन्मदिवस का उपहार



4 comments:

  1. Whatever with the past has gone, The best is always yet to come. Wishing you a happy and prosperous birthday and a sweet night of birthday dreams. Wishing you all the great things in life, hope this day will bring you an extra share of all that makes you happiest. Don't forget to wear your sunglasses when the cake is served. Happy birthday.

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  2. खुबसूरत अल्फाजों में पिरोये जज़्बात....शानदार |

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  3. बहुत सुन्दर...
    भावभीनी रचना...

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