जब दर्द हद से गुजर जाता है
तो रूह का हर जख्म उभर आता है
जिस्म सुन्न आँखें पथरा जाती है
जहर भी बेअसर हो जाता है
जब दर्द हद से गुजर जाता है
तो इश्क इबादत बन जाता है
मन देवालय तन शिवालय हो जाता है
दुनिया वीरान बंजर नजर आती है
जब दर्द हद से गुजर जाता है
तो प्यार में खुदा नजर आता है
शब्द मूक संगीत बधिर हो जाता है
धरती इक नाम में सिमट जाती है
Spicy and Interesting Story Shared by You. Thank You For Sharing.
ReplyDeletePyar Ki Kahani